ब्राह्मणवाद -नव ब्राह्मणवाद , बौध धर्म और दलित
ब्राह्मणवाद अर्थात ब्राम्हणों द्वारा बनाया गया एक ऐसा सिस्टम जो किसी ना किसी रूप में हिन्दू धर्म के सभी अनुयायियों में नहीं बल्कि भारत के दुसरे धर्मो म भी व्याप्त है . यह एक व्यापक बहस का मुदा भी है की आखिर ब्राह्मणवाद है क्या और कैसे ये अपने धर्म के साथ साथ दुसे धर्मो को भी अपने प्रभाव में लिए हुए है ? ब्राह्मणवाद एक विचार धरा के साथ साथ एक संस्कृति भी बन गयी है . यही कारण की जो लोग पानी पी पी कर ब्राह्मणवाद के साथ साथ ब्राह्मणों को भी गाली देते नहीं थकते अन्तोगत्वा उन लोगो में वही ब्राह्मणवाद पाया जाता है जिसके वे खुद शिकार है . अब ज़रा देखे की ब्राह्मणवाद है क्या व किस तरह यह समाज को प्रभावित करता है साथ ही साथ अन्य धरो को भी कैसे विकृत करता है . चूँकि ब्राह्मणवाद की जड़ वेदों और पुराणो से होकर जातिवाद में समाप्त हो जाती है . तो जब हिन्दू धर्म की पहचान उसके जातिवाद से होती है और जाती हर वर्ग की अपनी पहचान बन गयी है . ...